जुड़वाँ भाइयों को हुआ एक लड़की से प्यार|| Emotional love story|| bed time stories Moral story|| Hindi Kahaniyaa|| लव स्टोरी ||

यह Kahani है 2 जुड़वाँ भाइयों कीं एक love story है 2 भाइयों को अपनी एक Friend से प्यार हो जाता है. Friendship और की एक बहुत खूबसूरत Kahani (कहानी )अंत तक जरूर पढ़े. इस तरह की कहानियां आप यहाँ पढ़ सकते है.

जुड़वाँ भाइयों को हुआ एक लड़की से प्यार|| Emotional love story|| bed time stories Moral story|| Hindi Kahaniyaa|| लव स्टोरी ||

मेरा नाम रिया है.में इंजीनियर कॉलेज के लास्ट ईयर में कॉलेज में मेरी दोस्ती मेरी दोस्ती 2 भाइयों से थी. जुड़वाँ भाइयों से.समर और अमर.

हमारी दोस्ती कॉलेज के पहले साल है. ऐसी वैसी दोस्ती नहीं थी. हम तीनो बेस्ट फ्रेंड थे.हमेशा हम तीनो साथ में ही रहते थे.समर और अमर को में अच्छे से जानती थी.

उनकी पसंद नापसंद.दोनों एक से थे लेकिन उन्हें देख कर में आसानी से बता सकती थी कीं कौन समर है और कौन अमर. दोनों में कुछ बातें थी जो उनको अलग करती थी.

दोस्ती प्यार कीं पहली सीडी होती है.पर मेरे मन में अभी तक उन दोनों के लिये ऐसा कुछ नहीं था. ना ही में किसी और के लिये ऐसा सोच पायी क्यों कीं हमें समय ही नहीं मिलता था.

समर और अमर के बर्थडे पर उन्होंने मुझसे कहां कीं इस बार वो चाहते है कीं हम तीनो ही बस साथ में सेलिब्रेट करें.

क्यों कीं यह फ़ाइनल ईयर है उसके बाद हम अपने घर होंगे.मैंने भी उन्हें कहां ठीक है तुम जैसा चाहो. हम तीनो सुबह जल्दी निकल गये.

दूर लॉन्ग ड्राइ पर गये. फिर एक रेस्टोरेंट में घुले में उनका बर्थडे सेलिब्रेट किया खाना खाया. फिर हम तीनो बैठे थे. दोनों चूप से हो गये.

आम तौर पर वो दोनों मेरी टांग खींचते रहते है लेकिन आज कुछ अलग बात थी आज दोनों कुछ अलग ही लग ही रहें थे.

फाइनल ईयर भी था अब हमें घर भी जाना होगा कॉलेज के यह दिन उनके साथ कैसे निकल गये पता भी नहीं चला.

मैंने पूछा क्या हुआ इस बार बर्थडे भी अकेले में ही सेलिब्रेट कर रहें हो और दोनों कुछ बदले से भी लग रहें हो. वो बोलें कीं कॉलेज का लास्ट बर्थडे है

और हमें कुछ कहना भी है फिर उसके बाद जो हुआ वो मेरी ज़िन्दगी कीं सबसे बड़ी दुविधा बनकर सामने आई. वो दोनों नें कहां कीं हम दोनों ही तुझे कुछ कहना चाहते है.

मैंने बोला क्या. वो बोलें तुझे यह सुनकर शायद थोड़ा आश्चर्य हो लेकिन यह सही है.वो बोलें हम दोनों तुझे प्यार करते है.

पहली बार में ही में समझ गई थी कीं यह दोनों क्या बोलना चाहते है. इतने दिनों से उन्हें जानती हूं मुझे पता है कीं वो दोनों कब मज़ाक करते है कब सच बोल रहें है.

लेकिन मैंने बात को मज़ाक में लेना चाहा और बोला हां में भी तुम दोनों को प्यार करती हूं. इसलिये यहाँ हूं तुम्हारे  साथ.

वो दोनों बोले नहीं वो वाला नहीं हम तुझे सच में प्यार करते है तू जानती है ना हम क्या बोल रहें है. एक लड़की के लिये यह बहुत ही स्पेशल पल होता है

लेकिन मेरे लिये यह बड़ा सवाल बनकर सामने आया. मैंने उन्हें बोला तुम दोनों पागल हो गये हो क्या.तुम दोनों प्यार करते हो मतलब में तुम दोनों कीं गर्लफ्रेंड बनु और फिर दोनों से शादी करू दिमाक तो ठीक है तुम्हारा.

वो बोले हम तुझे प्यार करते है.कॉलेज के पहले साल से हम साथ है हम तीनो एक दूसरे को छोड़ कहीं गये नहीं जैसी फीलिंग हमें हुई है शायद तुझे भी होंगी.

तू हम दोनों में से किसे भी चुनेगी दूसरा बुरा नहीं मानेगा. यह बात हम दोनों में पहले ही हो चुकी है. फैसला तेरा है. हमने अपने दिल कीं बात बता कर अपना मन हल्का कर लिया कई दिनों से भारी भारी लग रहा था.

अमर नें कहां कीं जब मैंने समर को बताया कीं में तुमसे प्यार करता हूं. तब समर नें भी कहां कीं वो तुमसे प्यार करता है.

इसलिये हम दोनों नें ही सोचा फैसला तुम्हे ही लेने दे. उन दोनों नें तो अपना मन हल्का कर लिया था लेकिन मेरे लिये यह बहुत बड़ी समस्या हो गई.

हम लोग वहाँ से अपने रूम आ गये थे. पहले मैंने कभी इस तरह से उनके लिये नहीं सोचा था लेकिन जब कोई प्रपोज़ कर देता है तो फिर अपने आप फीलिंग आने लगती है.

अगर आप उसे पसंद करते हो तो. और यहाँ तो दोनों नें ही मुझे प्रपोज़ कर दिया था. मुझे अब चुनना था, उन दोनों में से किसी को लेकिन मेरे लिये यह बहुत बड़ी बात थी किसी एक को चुनना.

कॉलेज ख़तम होने ही वाला था मेरी घर जानें कीं टिकट कन्फर्म भी थी. अपने इतने अच्छे दो दोस्तों को छोड़ने का गम मुझे पहले ही था ऊपर से अब यह प्यार वाला एंगल अलग से आ गया.

अगले दिन में अब हम तीनो में वो दोस्ती वाली बात नहीं रही. में उनसे मिलती तो मेरी आँखों में एक अलग ही शर्म आ गई थी.

समर का मुझे फोन आया उसने कहां कीं वो एक मॉल में उसने मुझे बुलाया मै वहाँ चली गई. समर से जब इस बार में मिली तो अमर नहीं था मैंने पूछा अमर कहां है.

वो बोला कीं वो कुछ काम से गया है. समर नें उस दिन मुझे बहुत ही स्पेशल फील कराया मुझे गिफ्ट भी दिया. मुझे यह सब अच्छा भी लग रहा था

लेकिन मन में अभी भी वही सब चल रहा था कीं किसी एक का दिल टूटेगा जो मै नहीं चाहती थी. जब में समर के साथ थी तभी अमर नें भी मुझे फोन किया.

उसने पूछा कहां हो मैंने बोला अभी में समर के साथ हूं. अमर नें अच्छा है बोल कर फोन काट दिया. रात को मेरे पास अमर का फिर फोन आया

उसने कहां कीं तुम आज मुझे भूल गई समर के साथ अकेली ही चली गई मैंने बोला मैंने तुम्हारे बारे में पूछा था उसने कहां कीं तुम किसी काम से अपने दोस्त के यहाँ गये हो.

अमर नें कहां नहीं में तो यही था समर मुझे यह कह कर गया था कीं वो अपने दोस्त के यहाँ जा रहा था. लेकिन वो झूठ बोल रहा था.

इस तरह अकेले में मिल कर वो तुम्हे इम्प्रेस करने कीं कोशिश कर रहा है लेकिन तुम फैसला सोच समझ कर लेना. उसने झूठ बोला है.

मुझे नहीं लगता तुम्हे झूठ पसंद है. अब तक में समझती थी कीं में उन दोनों को अच्छे से जानती हूं लेकिन आज मुझे पता चला कीं में उन्हें दोस्त के रूप में जानती थी.

अब वो दोनों ही बदलने लगे है. और यह बदलना एक दिन का नहीं है शायद यह धीरे धीरे हुआ होगा लेकिन में समझ नहीं पायी

दोनों एक दूसरे से झूठ और एक दूसरे कीं बुराई कभी नहीं करते थे. यह बार था जब ऐसा हुआ. मुझे समझ आ गया था कीं मेरी वजह से इन दोनों भाइयों में दूरिया बड़ रही है.

जो कीं में बिलकुल भी नहीं चाहती थी. इतने दिनों कीं दोस्ती के बाद उसका इस तरह से ख़त्म होना में बिलकुल नहीं चाहती थी मैंने सोच लिया था कीं मुझे क्या करना है.

मेरी टिकट 20 तारिक कीं थी मैंने उन्हें एक दिन पहले फोन करके बुलाया कहां कीं मुझे तुम दोनों से कुछ बात करनी है. उन्हें लग रहा था कीं शायद मैंने उन्हें अपना फैसला सुनाने बुलाया है.

दोनों अच्छी तरह से उस बात के लिये तैयार हो कर आये थे.मैंने उन्हें कहां कीं मुझे माफ़ कर दो लेकिन मैंने तुम लोगों से एक बात छिपायी वो बोले क्या.

मैंने कहां कीं तुम दोनों को पता है ना कीं में घर जा रही हूं. लेकिन यह नहीं पता कीं में क्यों जा रही हूं. उन्होंने कहां कॉलेज ख़त्म होने पर सभी को जाना है मैंने बोला हां लेकिन मेरी एक वजह और है 

में घर मेरी सगाई के लिये जा रही हूं. वो बोलें क्या तुम झूठ बोल रही हो. इतनी जल्दी अभी फ़ाइनल एग्जाम हुई है तो तुम्हारी सगाई .

मैंने कहां शादी नहीं होंगी अभी सिर्फ सगाई है.वो बोलें तुमने हमें इस बारे में बताया नहीं मैंने कहां में तुम्हे सरप्राइज देना चाहती थी

लेकिन उसके पहले ही तुम दोनों नें वो बात कह दी. मैंने ऐसा सोचा भी नहीं था कीं ऐसा कुछ हम तीनो के बीच में होगा इसलिये में बेफिक्र थी लेकिन अब मुझे बुरा लग रहा है.

हम तीनो अच्छे दोस्त है और मैंने तुम दोनों को उसी तरह से देखा है. प्यार कैसे हम तीनो के बीच में आ गया.वो दोनों कुछ मिनटों तक मेरी बात सुनते रहें
फिर गुस्सा होकर कहां कीं तुम झूठ बोल रही हो. तुम हमसे इतनी बड़ी बात छिपा नहीं सकती मैंने कहां तुम दोनों नें भी तो मुझसे छिपाया था.

वो दोनों चूप हो गये. मैंने फिर उन्हें समझाया कीं यहाँ हम तीनो साथ थे एक दूसरे कीं शक्ल हमेशा देखते ही रहते थे. इसलिये हमें कोई और दिखाई नहीं दिया.

लेकिन तुम दोनों बहुत अच्छे हो कोई भी तुम्हे प्यार करना चाहेगा. मुझे पता था उस समय उन्हें समझाना मुश्किल होगा. उन्होंने थोड़ी देर मेरी बात सुनी और फिर वहाँ से चले गये.

मेरे दो इतने अच्छे दोस्तों को मुझे खोना पड़ा. में चाहती कीं हमारी दोस्ती हमेशा रहें लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा.

में भारी मन से अगले दिन अपने घर के लिये निकली वो दोनों ही मुझे छोड़ने नहीं आये. में चाहती भी नहीं थी कीं ऐसा हो में चाहती थी कीं वो मुझे भला बुरा बोले और भूल जाये.

क्यों कीं अब में उनके दोस्त बनकर भी नहीं रह सकती थी. क्यों कीं एक बार फीलिंग आए जाये तो फिर नहीं जाती.

में अपने घर आ गई. मैंने उनका नंबर ब्लॉक कर दिया. पता नहीं मैंने सही किया कीं नहीं लेकिन एक बात में जानती हूं उन दोनों से ज्यादा तकलीफ मुझे हुई थी.

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